मुंबई: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के विधायक हसन मुश्रीफ (MLA Hasan Mushrif) के तीन बेटों ने विशेष पीएमएलए अदालत में अग्रिम जमानत (Anticipatory Bail) की गुहार लगाई है। उनकी याचिका पर ने 16 फरवरी को सुनवाई होगी।
हसन मुश्रीफ के बेटे नवीद, आबिद और साजिद मुश्रीफ ने विशेष पीएमएलए अदालत में याचिका दाखिल की है। अपनी याचिका में उल्लेख किया है कि राजनीतिक मकसद से उनकी गिरफ्तारी की संभावना है। याचिका में यह भी आरोप लगाया गया है कि राजनीतिक उद्देश्यों से गिरफ्तारी की धमकी दी जा रही है। इस बीच ईडी ने 35 करोड़ रुपए की हसन मुश्रीफ के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया है।
21 दिन में दो बार छापेमारी
ईडी ने 11 जनवरी को हसन मुश्रीफ के आवास, पूर्व महापौर प्रकाश गाडेकर के पास के आवास, जनरल सेनापति संताजी घोरपडे कारखाने पर छापेमारी की थी। इन तीन जगहों के साथ ही मुश्रीफ की बेटी के कोल्हापुर के ससाने मैदान इलाके स्थित घर पर भी छापा मारा गया था।
कारोबारी साझेदारों के दफ्तर पर भी कार्रवाई
ईडी ने 11 जनवरी को पुणे में भी मुश्रीफ से जुड़े चार ठिकानों पर छापेमारी की थी। इनमें शिवाजी नगर में ई-स्क्वायर के सामने पेट्रोल पंप के पीछे स्थित कार्यालय, हडपसर और कोंढवा इलाके में अशोका सोसाइटी में मुश्रीफ के रिश्तेदारों के साथ ही साउथ मेन रोड-कोरेगांव पार्क में रहने वाले कारोबारी साझेदारों के दफ्तर पर छापेमारी की गई।
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कोल्हापुर जिला बैंक पर छापा
इस छापे के 21 दिन बाद 1 फरवरी को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने हसन मुश्रीफ के नेतृत्व में चलने वाली कोल्हापुर जिला केंद्रीय सहकारी बैंक के विभिन्न शाखाओं पर भी छापा मारा गया था। ईडी की टीम ने पाटिल, असिस्टेंट मैनेजर अल्ताफ मुजावर, इंस्पेक्टर सचिन डोनकर और राजू खाडे को गिरफ्तार किया था। इस छापेमारी में चीफ ऑफ स्टाफ संताजी घोरपडे, ब्रिक्स, बिदरी और भोगावती सहकारी चीनी मिल के लेन-देन के संबंध में पूछताछ की गई।